गणतंत्र दिवस पर भाषण 2024 | 26 January Republic day speech in Hindi 2024

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Republic day speech in Hindi

 Republic day speech in hindi 2024: नमस्ते, आज 26 जनवरी, भारत के 69वा गणतंत्र दिवस हैं|  प्रत्येक देश में समय – समय पर कुछ ऐसे त्यौहार और उत्सव मनाये जाते हैं जिनका ऐतिहासिक , राष्ट्रीय और धार्मिक महत्व होता है ।

हमारे देश में भी वर्ष भर कई धार्मिक सामाजिक और राष्ट्रीय पर्व मनाये जाते हैं । राष्ट्रीय पर्वो में स्वतंत्रता दिवस तथा गणतंत्र दिवस का विशेष महत्व है ।

यह तो सभी को ज्ञात है कि पहले हमारा देश पराधीन था और यहाँ अंग्रेजों(British) का राज्य था । हमारा देश शताब्दियों तक अंग्रेजों की गुलामी सहन करता रहा । कि प्रत्येक व्यक्ति को अपनी स्वतन्त्रता प्रिय होती है । अंग्रेज भारतीयों पर अनेक प्रकार से अत्याचार करते थे । उनके उन अत्याचारों को हमारे देशभक्त सहन नहीं कर सके और उन्होंने स्वतंत्रता के लिए संग्राम शुरू कर दिया ।

उस समय स्वतन्त्रता आन्दोलन में महात्मा गाँधी , पण्डित नेहरू , मदन मोहन मालवीय , लोकमान्य तिलक , नेताजी सुभाषचन्द्र बोस , चन्द्रशेखर आजाद तथा भगत सिंह अदि ने स्वतंत्रता आन्दोलन के लिए निरन्तर संघर्ष किया ।

अनेकों देशभक्त स्वतंत्रता संग्राम में साथ मिलकर काम किये । अनेकों को अपना प्राण गंवाना पड़ा । अनेका न अपना सवस्व बलिदान कर दिया ।

26 january speech in hindi 2024 |Republic day speech in hindi 2024

इसके पश्चात 15 अगस्त , 1947 ई0 को समस्त भारतवासी ने खुली हवा में साँस ली ।  15 अगस्त , 1947 को भारत अंग्रेजों की दासता से पूर्णतः मुक्त हुआ । देश को पूर्ण स्वतंत्रता मिली ।

अत : 26 जनवरी सन् 1950 ई0 को भारत का नवीन संविधान लागू किया गया । हमारे संविधान का निर्माण करने में डॉ . भीमराव अम्बेडकर का विशेष योगदान है ।26 जनवरी को गणतन्त्र के दिवस के नाम से अभिहित किया , क्योंकि इसी दिन भारत में गणराज्य की स्थापना हुई । अत : 26 जनवरी को राष्ट्रीय पर्व के रूप में मनाया जाने लगा ।

गणतन्त्र दिवस का प्रमुख समारोह भारत की राजधानी Dellihi में होता है । Dellhi में इस आयोजन को देखने के लिए लाखों दर्शक लाल किले जाते हैं । परेड के लिए विशेष व्यवस्था की जाती है । यातायात में भी विशेष परिवर्तन किया जाता है । इस परेड में जल सेना , स्थल सेना तथा बायु सेना तीनों अंगों का सुन्दर प्रदर्शन होता है ।

गणतंत्र दिवस पर भाषण 2024

इस दिन भारत के राष्ट्रपति राजपथ ( नई दिल्ली ) पर ध्वजारोहण करत हासना क तीनों अंगों ( स्थल सेना , नौ सेना , वायु सेना ) के जवान राष्ट्रपति को सलामी देते है । आकाश से वायुयानों द्वारा पुष्प – वर्षा की जाती है । इंडिया गेट से लालकिले तक अपार जन – समूह का समुद्र ठाठे मारता हुआ दिखाई पड़ता है । समस्त भारत के विभिन्न प्रांतों से अनेक स्त्री – पुरुष अपनी – अपनी सांस्कृतिक वेशभूषा में इस भव्य समारोह में भाग लेने दिल्ली आते हैं । भारत के सभी राज्यों की झाँकियाँ निकाली जाती है । दिल्ली के स्कूलों के हजारों विद्यार्थी ( लड़के – लड़कियाँ ) अपनी – अपनी विशेष वेशभूषा में तरह – तरह के कौशल दिखाते हुए दर्शकों का मन मोह लेते हैं । अनेक प्रकार के आधुनिक युद्धास्त्रों का प्रदर्शन देख दर्शक राष्ट्रीय गर्व से भर उठते हैं । वे भारत की चहुँमुखी प्रगति देख फूले नहीं समाते ।

यह राष्ट्रीय त्यौहार सारे देश में बड़े उत्साह से मनाया जाता है । इस दिन सरकारी कार्यालयों , विद्यालयों तथा महाविद्यालयों में अवकाश होता है । समस्त देश में हर्ष और उल्लास का वातावरण छाया रहता है ।

इस दिन राष्ट्रपति सैनिक वीरों को परमवीर चक्र तथा महावीर चक्र प्रदान करते हैं । वैज्ञानिकों , साहित्यकारों , खिलाड़ियों , अध्यापकों तथा स्काउटों को उनके विशिष्ट कार्यों के अनुसार विभिन्न पुरस्कार तथा उपाधियाँ प्रदान करते हैं । बच्चों को उनके साहसपूर्ण कार्य के लिए पुरस्कृत किया जाता है । गणतंत्र दिवस का पावन पर्व सारे भारतीयों के मन में देश – प्यार तथा राष्ट्रीयता की भावना ‘ भरता है । इसीलिए हमें ऐसे बड़े उत्साह से मनाना चाहिए । प्रत्येक भारतवासी को अपने देश से प्रेम करना चाहिए । इसी में सारे राष्ट्र का हित है

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26 January Republic day speech in Hindi 2024- Speech-2

Good Morning ,माननीय प्राचार्य महोदय/महोदया और मेरे सह पाठियो |आज में आपको गणतंत्र दिवस की कुछ ख़ास बाते बताने जा रहा हु |आज के दिन यानि 26 जनवरी 1950 को हमारे देश भारत का संविधान लागु हुआ था |

इस दिन हमारा देश गणतंत्र घोषित हुआ था व डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद को भारत का प्रथम राष्ट्रपति बनाया गया था | इस पवित्र दिवस को हम प्रति वर्ष मनाते है |

Republic Day Speech दिल्ली में 26 जनवरी का समारोह प्रतिवर्ष उत्साह व उल्लास से मनाया जाता है सभी राज्यों के लोग अपने अपने राज्य की संस्कृति का प्रदर्शन करते है | भारतीय सेना भी अपने बल का प्रदर्शन करती है और सारे हथियार को दिखाती है |

सेना के जवान तरह-तरह के खतरनाक ओर आश्चर्यचकित कर देने वाले कारनामे करते है | और लोग तालियाँ बजाते हुए उनका होसला बढ़ाते है | राष्ट्रपति ध्वज को फेहराते है और सलामी देते है सेना के जवान को देख कर हमारा मस्तक गर्व से ऊँचा हो जाता है | कि ये जवान अपने तन – मन से हमारे देश की रक्षा करते है और विपक्ष को लोहे के चने चबवा देते है, देश के सेनिक महान होते है |

यह भावना भी बिलकुल हमारे देश का गौरव है कि अलग भाषा अलग वेश फिर भी अपना देश एक “यह अनेकता में एकता के दर्शन हमें इस शोभा यात्रा में ही हो सकते है |विभिन्न प्रान्तों कि झांकिया अपनी हे छठा बिखेरती है सभी राज्यों में गणतंत्र दिवस धूमधाम से मनाया जाता है | गणतंत्र की पूर्व संध्या की राष्ट्रपति देश के नाम सन्देश देते है
कवी देवराज ने सत्य हे कहा है |

“यह छब्बीस जनवरी आकर कहती है हर बार – संघर्षो से मिलता है जीने का आधिकार”  

Republic day Short speech in Hindi 2021speech 3

स्वतंत्रता के बाद, 26 जनवरी 1 9 50 अभी भी शायद भारतीय इतिहास में मुख्य दिन में से एक है, क्योंकि यह विशेष दिन था कि भारत का संविधान अस्तित्व में आया और भारत भारत के गणराज्य के रूप में जाना जाने वाला वास्तव में प्रभु राष्ट्र बन गया। राष्ट्र ने अंततः महात्मा गांधी और विभिन्न स्वतंत्रता सेनानियों के सपने को महसूस किया, जिन्होंने इन देशों में स्वतंत्रता के लिए अपनी जिंदगी लड़ी और बलि दी। इसलिए, 26 जनवरी को एक राष्ट्रीय अवकाश घोषित किया गया था और गणतंत्र दिवस के भाषण के समय से भारत गणराज्य दिवस के दौरान समझा और मान्यता प्राप्त हुई थी।

इस दिन के साथ कि भारत का संविधान अस्तित्व में आया, भारत ने 26 जनवरी, 1 9 50 को “भारतीय गणराज्य” के रूप में खुद को घोषित किया। संविधान संविधान सभा द्वारा तैयार किया गया था जिसे भारत ने 1 9 47 में ब्रिटिशों से अपनी स्वतंत्रता प्राप्त करने के लिए कहा था। यह, वास्तव में, एक जानबूझकर कार्रवाई थी: 26 जनवरी को भारत का “स्वतंत्रता दिवस” ​​था, निश्चित रूप से ब्रिटिश शासन से भारत की स्वतंत्रता संग्राम में महात्मा गांधी के कई प्रतीकात्मक कार्यों में से एक था, और इस विशेष सत्र के साथ इस संविधान को भी गोद लेने का है ब्रिटिश राज से अपनी आजादी की घोषणा करने के लिए सभी प्रारंभिक महत्व को मजबूत करने में सक्षम महसूस किया गया

राजधानी से दिल्ली में दोपहर पूरे भारत के सभी ग्यारहवीं और अंतिम गवर्नर जनरल चक्रवर्ती राजगोपालाचारी के साथ शुरू हुआ, जिसमें घोषणा की गई थी कि भारत गणराज्य का आगमन

डॉ। प्रसाद महात्मा गांधी के नागरिक आंदोलन में एक महत्वपूर्ण प्रचारक रहे हैं, जो भारत के अंतरिम प्रधान मंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू के साथ मिला।

राष्ट्रपति ने बाद में हिंदी में शुरुआती शब्दों को संबोधित किया, उसके बाद अंग्रेजी में।

“आज, हमारे लंबे और चेचक इतिहास में पहली बार,” हमने कहा, “हम एक विशाल संविधान के पूर्ण अधिकार प्राप्त करते हैं … एक संविधान के अधिकार के तहत एक साथ मिलते हैं और एक शादी जो ज़िम्मेदारी पर ज़िम्मेदारी लेती है 320 मिलियन लोग जो इसे “।

यह 26 जनवरी को नई दिल्ली में, शानदार धूमधाम और तमाशा के साथ-साथ उन राज्यों की राजधानियों पर सालाना मनाया जाता है, साथ ही अन्य मुख्यालयों के साथ-साथ देशभक्ति उत्साह के साथ प्रमुख स्थानों के साथ भी।

गौरवशाली दलों ने भारत की जातीय एकता को चिह्नित करने वाले प्राकृतिक परिधानों के विभिन्न देशों से जापानी लोक द्वारा 3 सशस्त्र बलों, विशाल परेड, लोक नृत्य के पार परेड को शामिल किया है। क्या है, भारतीय वायु सेना के जेट विमानों की श्रृंखला, धूम्रपान का प्रयास छोड़ने, छुट्टियों के मौसम के नजदीक के निशान। पथों और गज की हर तरफ के पेड़ों को दर्शकों के साथ जीवित रहना पड़ता है।

यहां तक ​​कि नई दिल्ली में भारत के राष्ट्रपति, इस उज्ज्वल दोपहर के साथ, सभी सशस्त्र बलों के इस दल के सलाम लेते हैं। यहां तक ​​कि गणतंत्र दिवस की पार्टियां भी पूरे देश और पृथ्वी के कई क्षेत्रों से बड़ी संख्या में उत्सुक दर्शकों के दसियों को आकर्षित करने वाले ग्रह पर सर्वश्रेष्ठ शो में मनाई गई हैं। कोई भी अन्य देश आदिवासी संस्कृतियों और परंपराओं के इस तरह के धन को आकर्षित नहीं कर सकता, इसलिए बहुत सारे प्रकार के नृत्य और परिधान हैं।

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